बिलकुल खरी बात कही है रेखा जी आपने । इसी बात को सैंकड़ों साल पहले गोस्वामी तुलसीदास दूसरे शब्दों में कुछ यूँ कह गये हैं : आवत हिय हरषै नहीं, नैनन नहीं सनेह। तुलसी तहाँ न जाइये, कंचन बरसे मेह।।
आपकी बातें और उदाहरण अक्सर यह एहसास दिलाती है कि हमारे ज्ञानी जनों ने बड़ी मूल्यवान बातें कही है .
हम प्रयास कर भी कुछ हीं अंशो में उन्हें कह पाते है . बहुत धन्यवाद .
बिलकुल खरी बात कही है रेखा जी आपने । इसी बात को सैंकड़ों साल पहले गोस्वामी तुलसीदास दूसरे शब्दों में कुछ यूँ कह गये हैं : आवत हिय हरषै नहीं, नैनन नहीं सनेह। तुलसी तहाँ न जाइये, कंचन बरसे मेह।।
LikeLiked by 1 person
आपकी बातें और उदाहरण अक्सर यह एहसास दिलाती है कि हमारे ज्ञानी जनों ने बड़ी मूल्यवान बातें कही है .
हम प्रयास कर भी कुछ हीं अंशो में उन्हें कह पाते है . बहुत धन्यवाद .
LikeLiked by 1 person
Thank you 😊
LikeLike
Reblogged this on Business Startup-Bay Area.
LikeLiked by 1 person
Thank you ☺️
LikeLike
👌 👌 👌
LikeLiked by 2 people
Thank you 😊
LikeLiked by 1 person
😊😊
LikeLiked by 2 people