BBC News – Gaming addiction classified as disorder by WHO
अगर आपके घर में भी बच्चे -बङे वीडियो गेम के एडिक्ट हो चुके हैं, तब यह परेशानी बन सकती है. इस व्यवहार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने मानसिक स्वास्थ्य स्थिति की श्रेणी में रखा है.
मनोवैज्ञानिक शोध बताते है यह लत ड्रग्स या शराब की लत जितनी खतरनाक और नुकसानदायक हो सकती है।ज्यादातर, बच्चे और युवा वर्ग इंटरनेट एडिक्शन डिस्ऑर्ड से पीड़ित पाए गये हैं। ये दिन मे 5 से 10 घंटे तक का समय इंटरनेट पर बिताते है। घंटों अॉन लाईन रहना, अश्लील चीजे देखने की आदत इसके शुरुआती लक्षण है । चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंस रिसर्च के अनुसार इंटरनेट की बुरी लत सोचने के क्षमता, रचनात्मकता, दिमाग और प्रतिरक्षा क्षमता को कमजोर करती है।
‘Internet Addiction Disorder’s mental, physical and Emotional symptoms
अवसाद (depression )
बेईमानी (dishonesty)
अपराध की भावनाए
चिंता (anxiety)
अलगाव (Isolation)
समय की कोई सवेंदना नही (no sense of time)
कार्य करने से बचना
अकेलापन(loneliness )
डर (fear)
boredom
व्यवहार में बदलाव
सिरदर्द और कमरदर्द
पीठ दर्द (backache)
कार्पल टनल सिंड्रोम
सर दर्द (headaches)
अनिद्रा (insomnia )
ख़राब पोषण (poor nutrients)
सूखी आँखें ( dry eye )
वजन बढ़ना या घटना (weight gain or loss)
हाथ एवं कलाई में दर्द
इंटरनेट से दूर रहने पर पर मूड खराब रहना और भावनात्मक रूप से कमजोर महसूस करना
रात को देर से सोना
अगर एक बार इंटरनेट की लत लग जाये तो फिर उससे आसानी से पीछा नहीं छुड़ाया जा सकता। लेकिन थोड़ी से कोशिश करके इस लत से छुटकारा पाया जा सकता है।
1) अगर आप दिन मे 2-3 घंटो से ज्यादा समय social networking sites जैसे की facebook और whatsapp बार बिताते है तो धीरे धीरे इसे कम करे .
2) परिवार और दोस्तों के साथ ज्यादा समय बिताए।अकेलेपन से बचें । अपने आपको भावनात्मक रूप से अकेला महसूस करने वाले लोग सबसे ज्यादा समय इंटरनेट विशेषकर social networking sites पर बिताते है।
3) रात को जल्दी सोये और सुबह जल्दी उठने की आदत डाले। योगा या ध्यान करें।
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