हसरतों को ना पालों

A  beautiful poem by  a blogger buddy, with thanks –

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हसरतों को ना पालों ज़िन्दगी मे

ये ज़िन्दगी को मुसीबत बना देते हैं

काटते है ज़िन्दगी जो सुकून से

वो अरमानों के साये में नही जीते हैं।