moments

Tomorrows work do today, today’s work now

If the moment is lost, how will the work be done?

 

काल करे सो आज कर, आज करै सो अब |
पल में परलय होयगी, बहुरी करेगा कब ||

 

 

Kabir

 

12 thoughts on “moments

    1. धन्यवाद, स्कूल के दिनों को याद कर लिख दिया। आजकल ये सब दोहे कम हीं दिखते हैं। 🙂

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    1. पाखी तुमने को कृष्ण का चित्र भी लगा रखा है। आभार पसंद करने के लिये।

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  1. धन्यवाद दी मुझे पाखी कहकर संबोधित करने के लिए। वास्तव में कान्हा जी हमारे अंश की अराध्या जो हैं। यह हमें अनुभव करता है कि श्याम के बिना राधा और राधा के बिना श्याम अधूरा है। भले ही दुनिया के लिए अलग हो पर वास्तव में दोनों इक दुसरो का ही अंश है।

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    1. पाखी नाम बहुत प्यारा है. तुम कृष्ण भक्त हो यह अच्छी बात है. हाँ राधा कान्हा का आध्यात्मिक प्रेम है जो सभी प्रेम से ऊपर है.

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