जिंदगी के रंग -17

 

हसरतों -अरमानों को पूरी करने की उम्र में, जब जिंदगी सबक सिखाने लगे,

तब समझ लो जिंदगी रंग दिखाने लगी है,  तुम्हें दरिया  सा गहरा बनाने लगी है।

24 thoughts on “जिंदगी के रंग -17

    1. Thank you 😊Anirudh. Aksar pareshaani me lagtaa hai -मेरे साथ ही यह क्यों होता है ? पर सच्चाई यह है की सभी के साथ ऐसा होता रहता है और सबक भी मिलता है , अगर positive तरीके से देखा जाय.

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    2. मुझे तुम्हारा ब्लॉग बहुत अच्छा और जानकारियों से भरा लगा. पर उसमे like या common नहीँ , सिर्फ share option hai. यह मैने कुछ और ब्लॉग में भी देखा है. इसका क्या कारण है ?

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