मोल ( कविता)#ourplayers-rioolympic #shobhade

 

rio

 

लोगों पर उँगलियाँ उठना आसान हैं ,

विश्व स्तर के खिलाड़ियों  को कुछ  कहने से पहले ,

स्वयं उस स्तर पर पहुँचे .

खेल हो , मॉडेलिंग हो या लेखन

पहले  विश्व स्तर का  काम तो करो.

क्योंकि , ऐसी बातें  बराबर के स्तर पर

अच्छी लगती हैं.

टैगोर जैसा नोबेल लेखक बन ,

अगर राय दिया , तब तो

उसका मोल हैं.

वरना नाम कम और प्रचार ज्यादा होगा.

ऐसी बात बोलो,

जो शोभा दे।

 

images from internet.

7 thoughts on “मोल ( कविता)#ourplayers-rioolympic #shobhade

  1. main samajh gaya aapki ishaara kispe hain .
    hume inke giri hui soch par zyada dhyaan dena nai chahiye.
    jo desh ke liye karte hain hum unke saath hain . twitter pe sirf baith ke negative comment karne wale hazaron hain . par waha jaakar itne saare Mahan khilyadion ke barabar lade jo unki respect karna bahot zaroori hain
    agar ye who samjhe to thik nai to ye inke vichar kitni keval hain ye sab jaan lenge ..

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    1. मैं आपसे सहमत हूँ. हमारे ज्यादातर खिलाड़ी बेहद कम सुविधाएँ पाते हैं. फ़िर भी हौंसले के साथ विश्वस्तर पर प्रयास करते हैं. लिखने वाले ने ऐसा कुछ किया ही नहीँ हैं. यह सब प्रचार पाने का उपाय हैं.

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      1. अच्छा नाम नहीँ सिर्फ नाम कमाना हो तब ऐसी बातें लोग करते हैं.

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  2. मैं सहमत हूँ आपके दृष्टिकोण एवं कविता में निहित भावना से । यह हमारे देश की विडम्बना ही है कि यहाँ लोग ठोस कार्य करने से अधिक रुचि व्यर्थ बोलने एवं टीका-टिप्पणी करने में लेते हैं ।

    जितेन्द्र माथुर

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    1. धन्यवाद जितेंद्र जी , हमारे अनेक लोग बेकार चाटुकारिता , छींटाकाशी , दूसरो की टाँग खींचने जैसी बातों में ऊर्जा व्यर्थ करते हैं. वरना हमारे यहाँ Merit / योग्यता की कमी नहीँ हैं. कविता पसंद करने के लिये धन्यवाद.

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