Songs of a weaver and Sufi mystic poet !

एक रस्ते पर चलती बहती जिंदगी, जब राह बदल लेती है. तब जिंदगी को और उसका सफर को देखने का एक नया नजरिया बनता है ।

कबीर और रूमी की ये पंक्तियां शायद जिंदगी की उन्हीं फलसफों की बातें करती हैं। कितनी अजीब बात है, अलग-अलग समय… काल में, अलग-अलग जगहों पर दोनों ने एक सी बातें कहीं हैं। चाहें तो इनकी बातों को आध्यात्मिकता से जोड़कर देखा सकतें हैं या इस दुनिया की बातों से जोड़कर। आपको इनमें क्या नजर आता है? आपकी बातें और विचार सादर आमंत्रित है
।We are one, Aren’t we? your thoughts are invited.

Rate this:

The river that flows in you also flows in me.” 
― Kabir

When you do things from your soul,

you feel a river moving in you, a joy.”

― Rumi

A river moving in you

When you do

things from your soul,

you feel a

river moving in you,

a joy !!!!

❤ ❤ Rumi

Dev Deepavali / Festival of Lights of the Gods -3 November

Dev Deepavali  –   It is celebrated  on Kartik Poornima Just after 15 days of Diwali . On   Dev Deepavali  or Diwali of the Gods, many   cultural programs  are organised along the holy Ganges River  ( Varanasi) . Dev Diwali is also   known as Ganga Mahotsavclay and Tripurotsav .           Millions of earthen  lamps are floated down the river at dusk .

देव दीपावली   या देवताओं की दीपावली

यह दीपावली के 15 दिन बाद कार्तिक पुर्णिमा  के दिन  मनाया जाता है।। देव दीपावली या देवताओं की दीपावली  में  कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों   गंगा महोत्सव के रूप में  भी मनाया जाता है।  गंगा नदी (वाराणसी) के  किनारे कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।  संध्या  में  मंत्रोच्चारण के साथ   गंगा मे हजारों जलते  दीप प्रवाहित  किये  जाते हैं।