सबके सामने

मुस्कुराती आँखें सबके सामने

ग़ज़ब हैं झिलमिलाती सब के सामने।

चमक आँसुओं के नमी की है

या ख़ुशियों की है?

कैसे जानें?

नज़रों को पढ़ने वाले अब हैं कहाँ?

दर्द भरे दिल पर बोझ

दर्द भरे दिल पर पङे बोझ को जब उठाया

उसके तले दबे
बहुत से जाने पहचाने नाम नज़र आये।

जो शायद देखना चाहते थे….
तकलीफ देने से कितना दर्द होता है?

पर वे यह तो भूल गये कि
  चेहरे पर पङा नकाब भी तो सरक उनके असली चेहरे दिखा गया।