अभिमन्यु की तरह (कविता) poem of an unborn baby

मेरी पाँच कविताएँ / My 5 Poems Published in She The Shakti, Anthology– POEM 2

 

चक्रव्यु तोङने वाले ,

अभिमन्यु की तरह सुनती वहाँ,

बाहर की बातें –

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ,

मुझे नहीं पता, मैं कौन हूं? बेटा या बेटी ?

पर बङे शुकून से मैं थी वहाँ,

सबसे सुरक्षित, महफूज।

तभी, एक दिन किसी ने प्रश्न किया –

बेटा है या बेटी ?

आवाज आई – बेटी !!

धीमा सा उत्तर आया – नहीं चाहिये, गिरा दो ।

 

Source: अभिमन्यु की तरह (कविता) poem of an unborn baby

 

Image from internet.

मेरी पाँच कविताएँ / My 5 Poems Published in She The Shakti, Anthology

An ode to every women, An ode to  She the Shakti

                    A poetic celebration of femininity, A chorus of change.

                                       ।।300 Poems by 124 Poets।।

It is an anthology, edited by Meenakshi M Singh. The intent of this book is to empower women’s voice through the potent medium of poetry.   My five poems are published  in the Hindi section of the book.

                                                 

    स्त्री – एक शक्ति

यह मीनाक्षी सिंह द्वारा संकलित एक काव्य संग्रह है। यह   संकलन  महिलाअों के आवाजों की अभिव्यक्ति कविता के माध्यम कर रही है।  जिसमें 124 कवि अौर कवित्रियों ने 300 कवितायों में  अपने विचारों को अभिव्यक्त कियें है।  मेरी पाँच कवितायों को भी इसमें शामिल कर मुझे सम्मानित किया गया है।

मेरी कवितायें —

  1. अभिमन्यु की तरह   

    2.    तरीके और हथियार 

    3.  चेहरा नहीं तो भाग्य तो सुन्दर होता

   4. मैं एक लड़की  

  5.  कन्या पूजन