
कुछ हीं बूँदें अश्क़
ना जाने कैसे दिल पर
पड़े भारी बोझ
हल्का कर जातें हैं.
कहते हैं वक़्त गहरे से गहरे
घाव भर देता है .
पर सच तो यह है ,
वक़्त उन घावों के साथ रहना
सीखा देता है .
सिर्फ़ आँसू हीं हैं जो दर्द बहा ले जातें हैं.
एक सच यह भी है ,
हर चोट और उनके निशान
बहुत कुछ नया सीखा जातें हैं .
बहते अश्क़ मज़बूत बना जातें हैं.
