Stay happy, healthy and safe- 36

 

क्रोधाद्भवति सम्मोहः सम्मोहात्स्मृतिविभ्रमः।
स्मृतिभ्रंशाद् बुद्धिनाशो बुद्धिनाशात्प्रणश्यति॥ २-६३


krodhādbhavati sammohaḥ sammohātsmṛtivibhramaḥ।
smṛtibhraṃśād buddhināśo buddhināśātpraṇaśyati॥ 2-63


क्रोध से उत्पन्न होता है मोह और मोह से स्मृति विभ्रम। स्मृति के भ्रमित होने पर बुद्धि का नाश होता है
और बुद्धि के नाश होने से वह मनुष्य नष्ट हो जाता है।


From anger there comes delusion; from delusion, the loss of memory; from the loss of memory, the destruction of discrimination; and with the destruction of discrimination, he is lost.

 

श्रीमद् भगवद्गीता

शुभ अक्षय तृतीया !! Shubh Akshay Tritiya !! 26.4.2020

“न क्षयति इति अक्षय”

 अर्थात जिसका कभी क्षय न हो उसे अक्षय कहते हैं वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया को अक्षय तृतीया के नाम से जाना जाता है। वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया 26 अप्रैल 2020 को है.

 

अस्यां तिथौ क्षयमुर्पति हुतं न दत्तं। तेनाक्षयेति कथिता मुनिभिस्तृतीया॥
उद्दिष्य दैवतपितृन्क्रियते मनुष्यैः। तत् च अक्षयं भवति भारत सर्वमेव॥
 
इस दिन से प्रारम्भ किए गए कार्य अथवा इस दिन को किए गए दान का कभी भी क्षय नहीं होता। इस दिन किये गये  शुभ कार्य का फल व पुण्य अक्षय होता है। इसी कारण इसे अक्षय तृतीया कहा जाता है।

 

दानेन भुतानि वशीभवन्ति दानेन वैराण्यपि यान्ति नाशम्।
परोऽपि बन्धुत्वमुपैति दानैर्दान हि सर्वव्यसनानि हन्ति॥

Transliteration:
dānena bhūtāni vaśībhavanti dānena vairāṇyapi yānti nāśam।
paro’pi bandhutvamupaiti dānairdāna hi sarvavyasanāni hanti॥

Hindi translation:
दान से सभी प्राणी वश होते है; दान से बैर (शत्रुताओं) का नाश होता है।
दान से शत्रु भी भाई बन जाता है; दान से सभी व्यसनों का नाश होता है॥

English translation:
A charity can subdue any creature, a charity can eliminate enemies and make them allies. A charity indeed is the cure for all bad things.