जीवन के संघर्ष हमें रुलातें हैं ज़रूर,
लेकिन दृढ़ और मज़बूत बनातें हैं.
तट के पत्थरों और रेत पर
सर पटकती लहरें बिखर जातीं हैं ज़रूर.
पर फिर दुगने उत्साह….साहस के साथ
नई ताक़त से फिर वापस आतीं हैं,
नई लहरें बन कर, किनारे पर अपनी छाप छोड़ने.
जीवन के संघर्ष हमें रुलातें हैं ज़रूर,
लेकिन दृढ़ और मज़बूत बनातें हैं.
तट के पत्थरों और रेत पर
सर पटकती लहरें बिखर जातीं हैं ज़रूर.
पर फिर दुगने उत्साह….साहस के साथ
नई ताक़त से फिर वापस आतीं हैं,
नई लहरें बन कर, किनारे पर अपनी छाप छोड़ने.