
Day: March 1, 2019
सुंदरता की खोज में
भटकती रही ज़िंदगी
सुंदरता की खोज में .
फिर समझ आया
तन नहीं मन
सुंदर हो , तब
सब कुछ सुंदर बन जाता है.

रौशनी की चाह में
रौशनी की चाह में ……
वक़्त को रोकने की कोशिश में ……
सूरज की सुनहरी बिखरी रोशनी को
दुपट्टा की गाँठ में बाँधा.
दिन ढले गाँठें खोली ,
पर सुनहरी नहीं ,
चाँद की रूपहली रौशनी ……
चाँदनी बिखर गई हर ओर
ज़िंदगी शायद इसी का नाम है .

Path of love
On the path of Love
we are neither
masters nor the
owners of our lives.
We are only a
brush in the hand
of the Master Painter.

Rumi
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