याद फूलों सी !!

काश कुछ यादों को

चुन कर याद रखने अौर कुछ को

भूल जाने का कोई तरीका होता।

पसंदीदा चुन लेते,

दर्द देने वाली यादों को मिटा देते ,

पर यह तो कुछ

फूल और कांटों जैसी साथ-साथ होती है

कुछ चुभती हैं

और कुछ खुशबू फैलाती है

10 thoughts on “याद फूलों सी !!

    1. और ये यादें कभी ख़ुशी कभी ग़म देतीं रहतीं है. मुझे तो यह भी लगाता है , जिन बातों भूलना चाहो वे ज़्यादा याद आतीं हैं.

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