दिली आभार उनका जिन्होंने जरुरत के समय
मदद के लिये हाथ बढ़ाया ।
पर उनका भी शुक्रिया
जिन्हों ने “ना” कहा।
हर “ना” ने खङा होना सिखाया।
कितनों का सच्चा रूप दिखाया ।
जरुरतमंद के लिये हाथ बढ़ाने का मोल समझ आया।
अौर
दिल ने कहा- “ना” वालों की
ज़िम्मेदारियोँ से तुम आज़ाद हो।
उनके लिये चिंतन करने के
दायित्व से मुक्त हो !!!
Bahut khub
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Dhanyvaad Aaryana.
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Aaryana?😊
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Really sorry. 😊I’ll correct it.
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