ज़िंदगी के रंग -65

ज़िंदगी उसी को आज़माती है

जो हर मोड़ पर चलना जानता है….!!

कुछ “पाकर” तो हर कोई मुस्कुराता है,

ज़िंदगी शायद उनकी ही होती है

जो बहुत कुछ “खोकर” भी

मुस्कुराना जानता है..

Unknown

20 thoughts on “ज़िंदगी के रंग -65

Leave a reply to Pratima Mehta Cancel reply