वर्षा की चंद बूँदों ने
सतरंगा इंद्रधनुष……
सोन्धी सी ख़ुशबू फैला
तन मन को गीला कर दिया .
काग़ज़ पर बारिश को बूँदों
को उतारने …..लिखने की कोशिश की.
पर लिखने का मज़ा तब है जब
पढ़ने वाले का मन उस में भीग जाए .
और दिल कोई गीत गुनगुनाये.

वर्षा की चंद बूँदों ने
सतरंगा इंद्रधनुष……
सोन्धी सी ख़ुशबू फैला
तन मन को गीला कर दिया .
काग़ज़ पर बारिश को बूँदों
को उतारने …..लिखने की कोशिश की.
पर लिखने का मज़ा तब है जब
पढ़ने वाले का मन उस में भीग जाए .
और दिल कोई गीत गुनगुनाये.

मिट्टी की सौंधी महक बारिश का हाल कह जाती है —-कागज पर पड़े शब्द भी पढ़नेवालों को सोचने पर बिबस कर जाती है।
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बिलकुल मधुसूदन . आभार.
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Waah❤️
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Dhanyvaad Varun.
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Profound words
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Thank you 😊 Rohit.
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