कुछ बातें

 

उसने हँस कर कहा –
तुम्हारी कुछ बातें
मुझे समझ नहीं आतीं……….
जवाब मिला ,
तुम तो  पहेली हो।
मुझे तुम्हारी कुछ भी बातें
समझ नहीं आती।
फिर भी सुनना अच्छा लगता है………

28 thoughts on “कुछ बातें

  1. kyu ki samaz aaye yaa na aaye… when a close person says anything we love it…from heart irrespective of what they say…it’s not being/making foolish/being deaf. it’s their charisma… makes us feel magical about when they surround.
    very nice words…. keep writing 🙂 🙂

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      1. इतने ढेर सारे Likes अौर मुल्यवान विचारों के लिये बहुत शुक्रिया अश्विनी जी ।

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    1. बात सही कही आपने। कल रात इस कविता की पंक्तियाँ
      पढ़ते हुए मुझे भी यह लगा था।
      दरअसल लिखने की आदत शुरु हुई थी – ‘स्वांतः सुखाय’ के लिये ।
      शायद वह आदत थोङी रह गई है। कभी- कभी जब समयाभाव हो या कुछ पंक्तियाँ तसल्ली दे जायें , तब लिखना रोक देतीं हूँ। यह उसका हीं परिणाम है। 🙂
      अपने विचार देने के लिये आपका आभार।

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