जिंदगी के रंग -22

 

अपने लिखे शब्दों को वाह वाही

देने वालों को देख कर समझ आया –

ये भी जिंदगी के उस दौर से गुजरे है।

जहाँ यह रंग दिखाती है।

9 thoughts on “जिंदगी के रंग -22

  1. हां, कई बार यह देखा गया है कि सारे एकही नैया के मुसाफिर होते हैं। बहुत बढिया रचना……..

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  2. सत्य है दी यह सभी ने उस दर्द को अनुभव किया होगा।हा मात्र इतना होगा किसी ने पहले और किसी ने बाद में किया होगा।

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