अपने तनाव और परेशानीयों को कम करने के लिए लिखें- डॉ. जेम्स डब्लू पेननेबैकर, मनोविज्ञान विभाग, टेक्सास विश्वविद्यालय, ऑस्टिन ने अभिव्यक्त पुर्ण लेखन के स्वास्थ्य पर अनेक शोध में अनेक फायदे देखें हैं ।
अभिव्यक्ति लेखन: मन की बातें लिखना अभिव्यक्त का रचनात्माक माध्यम हैं । मन की बातों को लिख कर अचेतन में दबी बातों के नाकारात्मक असर को कम किया जा सकता है।
लेखन एक चिकित्सा – लेखन मात्र मनोरंजन नहीं, बल्कि एक तरह का चिकित्सा भी है ।
अपने विचारों और भावनाओं को लिखें – अच्छे शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ के लिए लिखना फायदेमंद है।
लेखन मस्तिष्क का व्यायाम है – एक नए अध्ययन में पाया गया कि लिखना अौर पढ़ना जैसे शौक दिमाग-के व्यायाम की गतिविधियों है, जो हर उम्र में लाभदयक है। यह याददाश्त, फ़ोकस, मूड आदि में सुधार करता है।

images from internet.
Bahut badhiya jankaari…
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Shukriya Madhusudan 😊
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लेख ही छवि है हमारी अद्वितीय
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बहुर खूबसुरत बात कही आपने.
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बहुत ही सही लिखा है आपने। इससे मैं सहमत हूँ।
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बहुत आभार .
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लिखना सचमुच लाभदायक होता है, यह मेरा अपना अनुभव है। बहुत सुंदर लिखा है आपने।
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धन्यवाद सविता .
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