
आश्विन मास की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा कहते हैं। इस साल शरद पूर्णिमा 15 अक्टूबर को है। यह शरद ऋतु या जाडे के मौसम के आगमन का सूचक हैं.
मान्यता –
माना जाता हैं इस रात चंद्रमा से अमृत बरसता हैं और चंद्रमा की किरणें विशेष गुणों से भरी रहती हैं. अत शरद पूर्णिमा की रात कई लोग घरों की छतों पर खीर रखते हैं. अगले दिन इस खीर को आरोग्य वर्धक प्रसाद के रुप में खाया जाता है।
यह भी किंवदन्ति हैं भगवान श्रीकृष्ण ने शरद पूर्णिमा की रात रास रचाया था .एक मान्यता के अनुसार इस रात लक्ष्मी जी रात्रि भ्रमण के लिये निकलती हैं.
इन सब मान्चयताओं की वजह से इस रात कुछ समय चाँद को देखना और चाँदनी में समय बिताना अच्छा माना जता हैं.|
हमारे बनारस में इसे कोजागरी पूर्णिमा कहतें हैं..इस दिन यहाँ गंगा किनारे एक श्री मठ संगीत समारोह भी होता है।
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अच्छा, हाँ अलग-अलग जगहों में इसे अनेकों नामों से जाना जाता है। मुझे बनारस बङा पसंद है। नई बात बताने अौर लेख पढ़ने के लिये धन्यवाद अतुल।
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Moon itself is a beauty and so it showers such happiness on us when we look and feel it’s presence… !!
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Yes , full moon is full of beauty and soothing moonlight. 😊😊
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Nice post. 🙂 I changed from blogger to WordPress. New url is
dancewithmeanu.wordpress.com
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Ok thanks Anu.
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good information.
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Thank you.
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