एक अनुठा होटल- फ़्लोटेल (यात्रा वृतांत )

कोलकाता के प्रवास के दौरान एक ऐसे होटल में रुकने का अवसर मिला जो हुगली नदी पर है। यह होटल दावा करता है, कि यह भारत भर में नदी पर बना अकेला होटल है। साथ ही यह पर्यावरण सहयोगी होटल है । इस होटल से नया और पुराना दोनों हावड़ा पुल नज़र आता है। दूर, नदी के दूसरे किनारे पर हावड़ा रेलवे-स्टेशन नज़र आता है। नदी के दूसरे तट पर मंदिर और अनेकों जेट्टी / घाट नज़र आते हैं।
इसकी एक और बात अनूठी है। इस होटल के एक ओर रेल लाईन दूसरी ओर हुगली नदी है। यह होटल भी एक घाट / जेट्टी पर है तथा एक पुल से होटल जुटा है। ज़्वार- भाटे के साथ-साथ यह होटल ऊपर-नीचे होता है।
यह होटल फ्लोटेल स्ट्रेंड रोड पर है। जो कोलकाता का एक ऐतिहासिक स्थान है। इसके पास ही बाबू घाट है। जिससे लगातार जल परिवहन के जहाज चलते रहते हैं। इसके पास इडेन गार्डेन स्टेडियम, स्टेट बैंक का आफिस, गवर्नर हाऊस, कोलकाता उच्च न्यायालय, आकाशवाणी भवन, अँग्रेज़ो के समय का जाना-माना 1887 स्थापित तरणताल है। हावड़ा रेल स्टेशन भी करीब है।
यह वास्तव में अनोखा होटल है। इसमें रहने का अपना मज़ा है। सबसे ख़ास बात है हुगली के पल-पल बदलते रंग को इतने निकट से देखने का अवसर मिलता है। यह होटल हुगली नदी के जल में जहाज के रूप तैरता रहता है। इसलिए दिन और रात हर समय नदी को करीब से देखा जा सकता है।

इस होटल में रहने का एक अलग  खूबसूरत एहसास  है। मैं अपने कोलकाता के इस खुशनुमा याद को कभी भुला नहीं पाऊँगी।

211 thoughts on “एक अनुठा होटल- फ़्लोटेल (यात्रा वृतांत )

      1. Fir tum gaayab ho Gaye. Subah se tumhe khojo rahi thi – thanks dene ke liye , mere blog me help karna ke liye .
        Busy ho ? Ok baad me baat karte hai,

        Like

Leave a comment