हम शून्य से उपजे हैं
शून्य में मिल जायेंगे.
सिफर को सिफर नहीँ
जिंदगी का सफर मानो
यही हैं जीवन का गणित
सब में मिल सकता हैं यह
अलग हो, फ़िर भी अनमोल होगा .
गणित को शून्य दिया ……
पूज्यम आर्यभट्ट ने,
हम शून्य से उपजे हैं
शून्य में मिल जायेंगे
शब्दार्थ –
शून्य – सिफर , पूज्यम , जीरो ,अनन्त.
