आदत

इक अजीब सी आदत जाती नहीं.

जब भी परेशां होतें हैं-

तुमसे बातें करने की हसरत जागती हैं।

पर मिलोगे कहाँ?

रास्ता और पता मालूम नहीं.

जिंदगी के रंग -17

 

हसरतों -अरमानों को पूरी करने की उम्र में, जब जिंदगी सबक सिखाने लगे,

तब समझ लो जिंदगी रंग दिखाने लगी है,  तुम्हें दरिया  सा गहरा बनाने लगी है।