तलवार अौर आघातों के
गहरे घावों को भरते देखा है।
पर ना दिखने वाले शब्दों के घावों
को ताउम्र कसकते देखा है।
शब्दों से किसी को नष्ट करना आसान है
पर कटु शब्दों के तासीर को
नष्ट करना नामुमकिन है।
तलवार अौर आघातों के
गहरे घावों को भरते देखा है।
पर ना दिखने वाले शब्दों के घावों
को ताउम्र कसकते देखा है।
शब्दों से किसी को नष्ट करना आसान है
पर कटु शब्दों के तासीर को
नष्ट करना नामुमकिन है।