वर्षा की चंद बूँदों ने
सतरंगा इंद्रधनुष……
सोन्धी सी ख़ुशबू फैला
तन मन को गीला कर दिया .
काग़ज़ पर बारिश को बूँदों
को उतारने …..लिखने की कोशिश की.
पर लिखने का मज़ा तब है जब
पढ़ने वाले का मन उस में भीग जाए .
और दिल कोई गीत गुनगुनाये.

वर्षा की चंद बूँदों ने
सतरंगा इंद्रधनुष……
सोन्धी सी ख़ुशबू फैला
तन मन को गीला कर दिया .
काग़ज़ पर बारिश को बूँदों
को उतारने …..लिखने की कोशिश की.
पर लिखने का मज़ा तब है जब
पढ़ने वाले का मन उस में भीग जाए .
और दिल कोई गीत गुनगुनाये.
