अँधेरा

अँधेरा अच्छा नहीं लगता,  पर अफसोस,

रोशनी में कई चेहरे बेपर्द हो जातें हैं।

 

 

 

 

Image courtesy – Aneesh

वर्तमान

भविष्य के गर्भ में क्या छुपा है इसका भय अौर चिन्ता,

भूत काल की यादें, दुख ….अफसोस ….पछतावा

क्या कुछ बदल सकता है ?

फिर क्यों नहीं चैन से साँस लिया जाय

अौर वर्तमान में …..

जिया जाये ? ?