दर्द

सावन में बादलों से बाहर झाँकतेसूरज,

सर्द मौसम में खिली धूप

जैसी नज़ीर- मिसाल, बनो

दर्द , दुख, आघात के बाद

रौशनी अपने आप जलती है दिल  में.

बहकते मौसम….जुनून के जलते बुझते

रौशनी की तरह.

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