दोस्त

किसी प्रिय मित्र ने लिखा –

साइलेंट मोड़ पर फ़ोन अच्छे लगते हैं ,

दोस्त नहीं .

पर क्या करें दोस्त ,

ज़िंदगी की डाउन्लोडिंग बीच में हीं अटक गई है .

वरना हम भी दोस्त थे काम के …..

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