मालूम नहीं कब ?
मालूम नहीं कहाँ ?
पर एक दिन
सुनहरी धूप में या सुरमई शाम में
मिलेंगे जरूर
कभी ना कभी रूहानी मिलन में.

मालूम नहीं कब ?
मालूम नहीं कहाँ ?
पर एक दिन
सुनहरी धूप में या सुरमई शाम में
मिलेंगे जरूर
कभी ना कभी रूहानी मिलन में.

Life begins
at the end of
your comfort zone.

Neale Donald Walsch