आशिया

दो रोज़ की ज़िंदगी

दो दिन की महफ़िल

तिनका तिनका जोड़ कर

आशिया बनाने में

ज़िंदगी निकल जाती है.

जब जाना है आज या कल

फिर इतना मेला क्यों ?

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