तुलसी साथी विपत्ति के, विद्या विनय विवेक|
साहस सुकृति सुसत्यव्रत, राम भरोसे एक ||
तुलसीदास जी कहते हैं, किसी विपत्ति के समय आपको ये सात गुण बचायेंगे–
आपका ज्ञान या शिक्षा,
आपकी विनम्रता,
आपकी बुद्धि,
आपके भीतर का साहस,
आपके अच्छे कर्म,
सच बोलने की आदत
और ईश्वर में विश्वास .

बहुत खूब
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आभार राशि .
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Reblogged this on tabletkitabesi.
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Thank you 😊
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nice words Rekha ji
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Thank you 😊POONAM.
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WELCOME DEAR
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😊😊
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तुलसी दास जी का यह भी कहना है कि
होइहि सोइ जो राम रचि राखा। को करि तर्क बढ़ावै साखा॥ अस कहि लगे जपन हरिनामा। गईं सती जहँ प्रभु सुखधामा
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बिलकुल!
अर्थपूर्ण दोहा है यह , धन्यवाद अभय .
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मतलब कि होगा वही जो राम की ईच्छा होगी!
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हाँ, और अगर विपत्ति आती है तो उसके सामना करने की तैयारी होनी चाहिए .
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