
ढेर सारी मीठी मीठी हँसी
छलक छलक कर बिखर गई।
बरसाती, उफनती नदी सी बह कर सभी को
अपने साथ गीली करती भिगो गई।
कांटों भरी, संघर्ष शिखर लगते हालातों में
हौसले , ताकत, सबक दे जाती हैं
बच्चों की यह मासूमियत ।
इसलिये बचपना बचाये रखना !!!!!

ढेर सारी मीठी मीठी हँसी
छलक छलक कर बिखर गई।
बरसाती, उफनती नदी सी बह कर सभी को
अपने साथ गीली करती भिगो गई।
कांटों भरी, संघर्ष शिखर लगते हालातों में
हौसले , ताकत, सबक दे जाती हैं
बच्चों की यह मासूमियत ।
इसलिये बचपना बचाये रखना !!!!!
अक्सर देखा है ,गिरने वाले को उठाएँ या नहीं?
यह तय होता है, गिरनेवाले की अौकात पर ………
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