I saw many humans on whom there were no clothes.
I saw many clothes in which there were no humans.
~ Rumi
हवा के झोंकों के साथ
टूटते बिखरते देखा है.
शीशे से भी नाजुक
ताश के घरों को.
क्यों दूसरों पर वार करते है लोग ?
जब खुद रहते है ताश के घरों में ?
I saw many humans on whom there were no clothes.
I saw many clothes in which there were no humans.
~ Rumi
हवा के झोंकों के साथ
टूटते बिखरते देखा है.
शीशे से भी नाजुक
ताश के घरों को.
क्यों दूसरों पर वार करते है लोग ?
जब खुद रहते है ताश के घरों में ?