राग वीतराग (काविता)

राग-वितराग
राग-वितराग

जीवन के मधुर राग में ,
वीतराग भर जाता हैं  ,
जब अपनो के ही बदलते रंग,
जीवन बेरंग कर देते हैं.
क्या यही  हैं वैराग्य का द्वार ?

 

Image by Chandni Sahay.

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