नेपाल में पशु बलि उत्सव पर रोक ( समाचार आधारित )

गढिमाई मेला – लगभग 300 वर्षों से पशु बली प्रथा गढ़िमाता मंदिर में आयोजित होता रहा है। यह विश्व का सबसे बड़ा  पशु-बलि उत्सव माना जाता है। गढिमाई मन्दिर, विश्व के एक मात्र हिन्दू देश, नेपाल  के दक्षिणी हिस्से  में  है।यह    ५ वर्ष बाद मनाया जाने वाला एक उत्सव है।

इस उत्सव में लाखों पशुओं की बलि दी जाती थी। इस  प्रचलन पर   विभिन्न   आन्दोलन के फलस्वरूप जुलाई  28, 2015  में  प्रतिबन्ध लगा दिया गया। जो एक सराहनीय कदम है।

दस लाख डालर का इनाम – क्या दूसरे ग्रहों पर जीवन है? (रिसर्च )

दस लाख   डालर का इनाम – क्या आप मानते है कि एलियन या पर ग्रहवासी होते है ? अगर हाँ, तब आपके लिए इनाम जीतने का सुनहरा अवसर है। यह चर्चा का विषय, बहुत पुराना है।अभी हाल में , 20 जुलाई  2015 को लंदन में विख्यात वैज्ञानिक स्टीफेन हौकिंस ने रूस के उद्धमी यूरी मीलनेर  के सौजन्य से  दस करोड़ डालर के  एक एलियन ख़ोज कार्यक्रम की शुरुआत की है। 

और भी जीवन है हमारे सिवा   – विद्धवान, स्टीफेन हौकिंस को अन्य ग्रहों पर जीवन होने का पूर्ण विश्वाश है। उनका मानना है कि  इस विशाल अन्तरिक्ष में हम अकेले  नहीं है। जीवन युक्त अन्य ग्रह भी हैं। जिसे वे खोजना चाहतें हैं। इस विषय पर खोज और अध्ययन चल रहें   है। अपने खोज को आगे बढ़ाने के लिए इस अभियान में एक अनोखा कदम उठाया गया  है। अन्य ग्रहों पर जीवन या सभ्यता संबन्धित सब से अच्छा संदेश या सूचना देनेवाले को दस लाख डालर  इनाम  की घोषणा की गई  है। 

हमारी प्राचीन मान्यताएं-    हमारे प्राचीन ग्रन्थों और किवदंतियों में स्वर्ग, पाताल और मृत्यु लोक की चर्चा मिलती है।

राजा बली की कहानी, नागलोग की किवदंतियाँ, रामायण में अहिरावण की बातें पाताल से जुड़ी  है। माना जाता है कि हमारी धरती या मृत्यु लोक के नीचे सात  और ऊपर सात  लोक है, जहां हमारे जैसा जीवन है।मानवों,पशु,पक्षियों,वनस्पतिओं  का निवास स्थल हमारी धरती है। देवी-देवताओं, पुण्य आत्माओं , अप्सराओ आदि  स्वर्ग में रहतें हैं।जो ऊपर के सात लोको में आता है। इसी तरह नीचे के सात लोकों अर्थात  पाताल लोक में राक्षसों, दैत्यों  , असुरों और नागों  का निवास स्थल है।

  पाताल के सात लोक  निम्नलिखित  है-

  1. अतल

  2. वितल

  3. सुतल

  4. रसातल

  5. तलातल

  6. महातल

  7. पाताल

इसी प्रकार धरती  से ऊपर सात लोकों की चर्चा होती है।मान्यता है कि ये सात लोक   देवी-देवताओं, आत्माओं, ऋषी-मुनी, अप्सराओं, पितरों आदि  का निवास स्थल है. स्वर्ग लोक या जो सात लोक ऊपर  है ,वे है – 

1.  भू

2. भुवः

3. स्व

4 . मह

5. जन

6. तप

7. सत्य

हमारे ग्रंथो में इस विषय की विस्तृत चर्चा मिलती है जिसमें दूसरे लोकों , वहाँ के जीवन, पृथ्वी से दूरी जैसी बातों का  उल्लेख है। इतनी विस्तृत जानकारी शायद हीं कहीं मिलती है।  पर सवाल है, क्या यह सब मात्र कल्पना है या सत्य? इसकी सत्यता की पुष्टि कैसे हो? शायद इन खोज अभियानों से कुछ मदद मिले।