विश्व जैव विविधता दिवस #The International Day for Biological Diversity (IDB)

 

हमारा पर्यावरण
हमारा पर्यावरण

२२ मई का दिन आज के वैश्विक परीप्रेक्ष में पूरी दुनिया में महत्वपूर्ण हो गया है। इस दिन को विश्व जैव विविधता दिवस या विश्व जैव विविधता संरक्षण दिवस के रूप में मनाने का निश्चय संयुक्त राष्ट्र ने किया है। इसे अन्तर्राष्ट्रीय पर्व कहा गया है।

यह संसार विविध जीव-जंतुओं, पेड़-पौधों से भरा है। सभी किसी ना किसी रूप से एक दूसरे से जुड़े है। पर आज बदलते समय और पर्यावरण से छेड़-छाड़ ने प्रकृती पर असर डालना शुरू किया है। बहुत से जीव और पेड़ पौधे लुप्त हो गए और कुछ लुप्त होने की कगार पर हैं। इन्हे बचाने के लिए जागरूकता जरूरी है। अतः यह प्रयास प्रसंशनीय है।

यह प्रकृति हमारे लिए महत्वपूर्ण है। यह बात हमारे गुणी-जनों और ऋषी-मुनियों ने बहुत पहले ही समझ लिया था। इसी लिए नदियों, वनों, पेड़-पौधों, पशु-पक्षियों आदि को पूजा और आध्यात्म से जोड़ दिया था। ताकि उनका संरक्षण और सम्मान हो। जिन बातों की आलोचनाएं होती थी। उनका महत्व आज स्पष्ट है। अगर हम आज भी अपनी पुरानी संस्कृती को याद रखें , तब हर दिन ही विश्व जैव विविधता संरक्षण दिवस होगा।

आप्रेशन मुस्कान और आप्रेशन स्माइल

मानव तस्करी कोई नया विषय नहीं है। प्राचीन समय से दास खरीदने-बेचने, गुलाम और बँधुआ रखने की प्रथा रही है। पर आज के सभ्य समाज में इन्सानों के साथ जानवरों जैसा व्यवहार निंदनीय है। अनपढ़, गरीब, गुमशुदा और कमजोर लोगों को अक्सर इस तरह के जाल में फंसाया जाता रहा है।
इसी प्रकार गमशुदा बच्चों के लिए आप्रेशन स्माइल चलाया जा रहा है।
नेपाल के हालिया भूकंप के बाद ऐसी बातों की संभावना बढ़ जाती है। इसे रोकने के लिए आप्रेशन मुस्कान एक जुलाई से शुरू किया जा रहाहै। यह एक सराहनीय प्रयास है। उम्मीद है उत्तर प्रदेश सरकार  यह काम  सुचारु रूप  करेगी।