हमारी टूटती – बिखरती विरासतें( जागरूकता )

विरासतों को संरक्षित किया जाये या नहीं ? यह चर्चा का विषय है। कुछ लोग पुरानी चीजों पर किए जा रही खर्च को व्यर्थ मान सकतें है। पर विरासतों को संरक्षित करनेवाली विभिन्न संस्थाएं इसके लिए प्रयासरत है। यूनेस्को (UNESCO) संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (United Nations Educational Scientific and Cultural Organization) अनेक विश्व विरासतों को संरक्षित कर रही है।
कुछ विरासतें प्रकृतिक आपदाओं से नष्ट हो रही है, और कुछ हमारी नादानियों से। युद्ध और आपसी तकरार का आक्रोश निरीह और निर्जीव धरोहरों पर उतारने की नासमझी प्राचीन समय से चला आ

बुद्ध प्रतिमा, साँची स्तूप
बुद्ध प्रतिमा, साँची स्तूप

रहा है। आज भी विभिन्न आतंकी संगठन इस तरह के काम में लगे हैं।
बामियान में बुद्ध के 58 और 38 मीटर ऊँची मूर्तियाँ, 2000 हज़ार वर्ष पुरानी सभ्यता के पलम्यरा के अवशेष जो रेगिस्तान में लगभग 120 एकड़ में फैले है, इराक का हातरा या प्राचीन इराक़ी शहर निमरूद आदि ना जाने कितने धरोहर नष्ट किए जा रहें है।
क्या इस तरह के तोड़-फोड़ को रोका नहीं जाना चाहिए? यह क्षति अपूर्णिया है। ये विरासतें हमारी धरोहर हैं।

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