मालूम है कि ज़िंदगी है एक रंगमंच
और हम सब किरदार।
पर कौन है शेष रह गए कई अनुत्तरित
सवालों के जवाब का ज़िम्मेदार ?
सब जाएँगें ख़ाली कर बस्ती एक दिन।
पर ऐसे बिन बताए जाता है कौन?
बरहम….. आक्रोश, नाराज़गी जाती नहीं।
ज़वाब मिले, इतना तो मेरा हक़ बनता था।
वाह, बहुत सुंदर |
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बहुत धन्यवाद।
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