हमें जलाने की,
बुझाने की कोशिश ना कर,
हम चराग़ नहीं,
रौशन आफ़ताब हैं।
खुद हीं जल के रौशन होते हैं।
और जहाँ रौशन करते हैं।
हमें जलाने की,
बुझाने की कोशिश ना कर,
हम चराग़ नहीं,
रौशन आफ़ताब हैं।
खुद हीं जल के रौशन होते हैं।
और जहाँ रौशन करते हैं।
बहुत सुंदर।
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Thank You ✨😊
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वाह वाह
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धन्यवाद🙏💕
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