युद्ध या शांति?
क्यों नहीं हम शांति की बातें करते है?
रचना की शक्ति नहीं,
फिर संहारक शिव क्यों बनाना?
शक्ति का ऐसा नशा क्यों?
अमेरिका ने बनाया MOAB – मदर ऑफ़ ऑल बॉम !
रुस क्यों पीछे रहेगा?
उन्होंने बना लिया FOAB – फ़ादर ऑफ़ ऑल बॉम!
नाम में जीवनदाता माता-पिता जैसे पावन शब्द,
भावना दुनिया ख़त्म करने की?
जाने और क्या-क्या बना रखा है।
दुनिया भस्म करने के लिए।
काश, समझने की कोशिश करते
सम्राट अशोक का कलिंग युद्ध विभीषिका
देख किए प्रायश्चितो को,
बौद्ध धर्म अपनाने की भावना को।
*US military’s GBU-43/B Massive Ordnance Air Blast, unofficially called “Mother of All Bombs” is also known as- “MOAB”.
*Russia’s claims “FOAB” was successfully field-tested in the late evening of 11 September 2007.
Fantastic poem, Rekhaji. Keep up the good work.
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Thanks Aparna. 😊
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बहुत सुंदर लिखा है।
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धन्यवाद वर्मा जी।
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मानव की महत्वकांक्षा,,,आरंभ से,,अति रही है,,ये ईश्वर की अवहेलना करने से नही माने हैं,,,बस यही कारण है,, शांति से अशांति की ओर जाने का,,,प्रेरक रचना है
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आपकी महत्वकांक्षा वाली बात से मैं सहमत हूँ। एक तरफ़ ये दूसरे ग्रहों पर जीवन खोज़ रहें हैं, दूसरी तरफ़ युद्ध में धरती पर जीवन ख़त्म कर रहें।
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संवेदनशील मन और राजनीतिक धारा,,, कहां कोई मेल है,,, विज्ञान अपना,, काम कर रहा है,,,और राजनीति,, अपनी,,पिस रही,, है जनता
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गहरी बात कही है आपने। राजनीति ऐसा ही खेल है। बहुत आभार नागेश्वर जी।
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