मैं या तुम February 13, 2022February 13, 2022 Rekha Sahay मुझे हमेशा लगा – यह तो मैं हूँ। गौर किया, तब पाया। यह तो तुम हो, मुझ में समाए। Rate this:Share this:FacebookMorePinterestTumblrLinkedInPocketRedditTwitterTelegramSkypeLike this:Like Loading... Related
यह तो शादी के पहले होता है. शादी के बाद तो तू तू मैं मैं होता है. है न सही बात. प्यार का यह रंग भी होता है. LikeLiked by 1 person Reply
😊 बिलकुल ऐसा होता है। यह तो देखने का अपना अपना नज़रिया है। ये उद्गार सामान्य रिश्तों के लिए मानिए या आध्यात्मिक प्रेम के लिए। LikeLiked by 1 person Reply
यह तो शादी के पहले होता है. शादी के बाद तो तू तू मैं मैं होता है. है न सही बात. प्यार का यह रंग भी होता है.
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😊 बिलकुल ऐसा होता है। यह तो देखने का अपना अपना नज़रिया है।
ये उद्गार सामान्य रिश्तों के लिए मानिए या आध्यात्मिक प्रेम के लिए।
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मैने तो lighter moments के लिए कहा.
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जी! मैं समझ रही हूँ। 😊
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