दिल की बातें January 23, 2022 Rekha Sahay किसी और की बातों और राय को बोझ ना बनने दो। सुन सब की लो। पर सुनो अपने दिल की। Rate this:Share this:FacebookMorePinterestTumblrLinkedInPocketRedditTwitterTelegramSkypeLike this:Like Loading... Related
हम शब्दों में हैं अन्य लोगों की प्रकृति से बंधा हुआ आत्मा अकेला एक सपने में भेजता है बेहतर के लिए सलाह LikeLiked by 1 person Reply
जी हाँ रेखा जी, यही मुनासिब है। और जो अपनी राय हम पर थोपें, मानने का दबाव डालें; ऐसों से दूरी ही भली। LikeLiked by 1 person Reply
अपने आप पर एतबार करो,अपने फैसलों का सम्मान करो ।
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बिलकुल ।
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हम शब्दों में हैं
अन्य लोगों की प्रकृति से बंधा हुआ
आत्मा अकेला
एक सपने में भेजता है
बेहतर के लिए
सलाह
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🙏🙏
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That’s right… Ekdum sateek….
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Thank you Ashish!
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जी हाँ रेखा जी, यही मुनासिब है। और जो अपनी राय हम पर थोपें, मानने का दबाव डालें; ऐसों से दूरी ही भली।
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बिलकुल। सीखते सीखते वक्त लगा। शुक्रिया जितेंद्र जी।
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