ज़िंदगी की किताब
ज़िंदगी के किताब
के पुराने पन्ने
कब तक है पढ़ना?
बीते पलों को
बीत जाने दो।
अतीत को
अतीत में रहने दो।
ज़िंदगी में आगे बढ़ो।
नए पन्नों पर कुछ
नया अफ़साना लिखो।
ज़िंदगी की किताब
ज़िंदगी के किताब
के पुराने पन्ने
कब तक है पढ़ना?
बीते पलों को
बीत जाने दो।
अतीत को
अतीत में रहने दो।
ज़िंदगी में आगे बढ़ो।
नए पन्नों पर कुछ
नया अफ़साना लिखो।
एक अधिनियम
ई आल्सो
एक के साथ
नाम बदलना
उलटा नहीं जा सकता
हमने जो कुछ किया
रहेंगे
लिखा हुआ
बुझाना नहीं
यादाश्त
वो आत्मा
हम प्रकृति माँ से हैं
हम प्रकृति हैं
सब कुछ जीने की तरह
मानव जीव
हमें भारी के साथ रहना होगा
*
ek adhiniyam
ee aalso
ek ke saath
naam badalana
ulata nahin ja sakata
hamane jo kuchh kiya
rahenge
likha hua
bujhaana nahin
yaadaasht
vo aatma
ham prakrti maan se hain
ham prakrti hain
sab kuchh jeene kee tarah
maanav jeev
hamen bhaaree ke saath rahana hoga
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🙏
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Wow it’s amazing.
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