ज़िंदगी की राहें
मज़बूत दिखने वालों
की सच्चाई यह होती है,
कि वे कई बार टूट
कर बने होते हैं।
ज़िंदगी की राहों पर,
वे अकेला चलना
सीख चुके होतें हैं।
ज़िंदगी की राहें
मज़बूत दिखने वालों
की सच्चाई यह होती है,
कि वे कई बार टूट
कर बने होते हैं।
ज़िंदगी की राहों पर,
वे अकेला चलना
सीख चुके होतें हैं।
हम लोग जान
हम नहीं
एक और व्यक्ति क्यों
अपने ही जीवन से टूटा हुआ
हम चले
सभी समुदायों में
बस हमारा अपना तरीका
हम अपने दो पैरों पर खड़े हैं
दूसरों के पैरों पर नहीं
*
ham log jaan
ham nahin
ek aur vyakti kyon
apane hee jeevan se toota hua
ham chale
sabhee samudaayon mein
bas hamaara apana tareeka
ham apane do pairon par khade hain
doosaron ke pairon par nahin
LikeLiked by 1 person
🙏🙏
LikeLike
NICE ONE!
LikeLiked by 2 people
Thanks Ranjan.
LikeLiked by 1 person
Welcome 🙂
LikeLiked by 1 person
Very true
LikeLiked by 1 person
Thank you Mrinalini.
LikeLike
ठीक कहा रेखा जी आपने।
LikeLiked by 1 person
पसंद करने के लिए बहुत आभार आपका।
LikeLiked by 1 person