कसौटी June 3, 2021 Rekha Sahay ज़िंदगी और लोग बार बार परख रहें हैं? गम ना करो! सिर्फ़ सोना हीं बार बार कसौटी पर परखा जाता है। Rate this:Share this:FacebookMorePinterestTumblrLinkedInPocketRedditTwitterTelegramSkypeLike this:Like Loading... Related
परीक्षा आत्मा के माध्यम से प्रत्येक में व्यक्तिपरक क्षण अगर वे नहीं करते सभी के साथ माध्यम विवेक में चुप कराने के लिए LikeLiked by 1 person Reply
आखिर क्यों बार बार हमको परखती है जिंदगी, और लोग भी, क्या सोने जैसा हमें भी समझती है जिंदगी और लोग भी, या बनाना चाहती है सोने जैसा, या बार बार की परख ने ही हमें सोना बना दिया। LikeLiked by 1 person Reply
बहुत ही खुबसुरत बात कही आपने ।
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बहुत सुंदर व सत्य लिखा है 👌🏼👌🏼
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शुक्रिया अनिता!
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परीक्षा
आत्मा के माध्यम से
प्रत्येक में
व्यक्तिपरक क्षण
अगर
वे नहीं करते
सभी के साथ
माध्यम
विवेक में
चुप कराने के लिए
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धन्यवाद !!!
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आखिर क्यों बार बार हमको
परखती है जिंदगी,
और लोग भी,
क्या सोने जैसा हमें भी
समझती है जिंदगी और लोग भी,
या बनाना चाहती है सोने जैसा,
या बार बार की परख ने ही हमें सोना बना दिया।
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सही बातें कही आपने। शुक्रिया।
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Great 👍😊
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Thanks Shanky! 😊
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Beautiful ❤
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Thank you 😊
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