ऐब-ओ-हुनर

कहते हैं,

वक्त बीतने से  हर दर्द चला जाता है,

अौर हर घाव भर जाता  है।

 पर अनुभव अौर ख्यालात कहतें  है।

ज़िंदगी में मिला दर्द कभी नहीं जाता।

बस उसका रुप बदल जाता है।

कुछ  को अपने दर्द के बाद,

 दूसरों को दर्द देने में मज़ा आता है।

अौर

कुछ लोगों को अपना दर्द ,

दूसरों के दर्द को महसूस करने की समझ दे जाता है.

यह, क्रूरता, पर-पीड़ा

हमदर्दी,  सहानुभूति , संवेदना किसमें में बदलेगा।

यह तो है  इंसान पर,

कि

वो ऐब-ओ-हुनर क्या रखता हैं।

 

अर्थ – 

ऐब-ओ-हुनर –  गुण अौर दोष, कमी  अौर कलात्मकता
aib-o-hunar –vice and virtue, fault and artfulness

35 thoughts on “ऐब-ओ-हुनर

  1. बदले समय बदले परिवेश
    बदले सोच सबकी बदले यहा
    नही स्थाई कभी दर्द वो
    जो तीर समान दिल मे घुसा यहां।।
    💐✍️🙏

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  2. आज कुछ पुराने दर्द याद आए तो ये कविता सामने आगई, संयोग से ही सही पर आपने वो कहा है जो कभी कभी हमलोग स्वयं से नहीं कह पाते.. एक और उम्दा राचना आपकी 🙏

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    1. बहुत शुक्रिया रितु.
      दर्द कहीं जाता नहीं. BS हम उसके साथ जीना सीख लेते है. अच्छा हो अगर दर्द और चोट को रचनात्मकता की ओर ले जाया जा सके.

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    2. क्या तुम अपने ब्लॉग का लिंक शेयर करोगी? मैंने तुम्हारे ब्लॉग पर जाने की कोशिश की, पर कुछ प्रॉब्लम है शायद.

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