प्लेटोनिक प्रेम

यह प्राचीन, दार्शनिक व्याख्या है। जो सिर्फ गैर-प्लेटोनिक प्रेम को जानते हैं, उन्हें त्रासदी पर बात करने की कोई आवश्यकता नहीं है। इस तरह के प्रेम में किसी प्रकार की त्रासदी का स्थान नहीं हो सकता। – लियो टॉल्स्टॉय।

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प्लेटोनिक संबंध या प्रेम दो लोगों के बीच एक विशेष भावनात्मक और आध्यात्मिक संबंध है, जो सामान्य हितों, मिलते-जुलते विचारों,  आध्यात्मिक संबंध, और प्रशंसा  हैं। अधिकांश दोस्ती व्यक्तिगत रुप से या कार्यस्थान से शुरू होतें हैं।

इसका नाम ग्रीक दार्शनिक प्लेटो के नाम पर रखा गया है, हालांकि उन्हों ने कभी भी इस शब्द का इस्तेमाल नहीं किया।  प्लेटोनिक प्रेम निकटता से हुए आत्मियता, लगाव  अौर  आकर्षण  है। इसमें शारीरिक लगाव या आकर्षण से ज्यादा ज्ञान और सच्चे सौंदर्य के साथ जुड़ाव होता हैं।

 

 

11 thoughts on “प्लेटोनिक प्रेम

    1. हाँ, ऐसा अक्सर हम सभी के साथ होता है. शब्दों / terms के जन्म की भी अपनी कहानी होती है.
      इस शब्द का प्रयोग भले ही प्लेटो ने पहली बार किया . हमारे यहाँ तो इसे पहले हीं आध्यात्मिक प्रेम का नाम दिया जा चुका है, जैसे मीरा-कृष्ण का प्रेम.
      आभार !!!

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      1. जी, बिलकुल.
        पहले से प्लटॉनिक लव की जानकारी थी. हाल में कुछ पढ़ते हुए पता चला कि यह शब्द प्लेटो के नाम पर है. यह बात मुझे बड़ी दिलचस्प लगी. इसलिए कुछ और जानकारियों के साथ मैंने इसे पोस्ट कर दिया.
        आपका आभार पसंद करने के लिए.

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      2. धन्यवाद मधुसूदन,
        हाँ, पढ़ने के दौरान मुझे जो नया या दिलचस्प मिलता है, उन्हें ब्लॉग में ज़रूर डाल देतीं हूँ.

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