एबरडीन विश्वविद्यालय और स्कॉटिश स्वास्थ्य बोर्ड के शोधकर्ताओं, 1921 में और 1936 में पैदा हुए दो समूहों में 3.7-IQ का प्रसार पाया गया। स्टडी के अनुसार ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि प्रत्येक पीढ़ी को पिछले एक की तुलना में अच्छा जीवन स्तर -चिकित्सा देखभाल, शिक्षा , काम/ नौकरी के अवसर, मिलता है।
इसे फ्लिन इफेक्ट कहा गया है – जो बदलावों के असर को मानता है, जैसे – पोषण, स्वास्थ्य अौर अन्य कारक जो IQ या उच्च संज्ञानात्मक कार्य को प्रभावित करता है।
हमारे पिताजी हमसे ज्यादा सुखी और मेहनतकश ..हमारे दादा हमारे पिताजी से भी ज्यादा सुखी और मेहनतकश थे…..
कुछ बढ़ रहा तो कुछ घट भी रहा ☺
IQ लेकर का करूँगा मेडम 😂😂🙈🌼❤
बढ़िया दोस्त
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बिलकुल सही है. पहले ज़िंदगी शांति और सुकून भरी थी. ख़ुश रहना तो choice है. हम सब भाग रहे हैं दुनिया के रेस में. ख़ुशी तो पीछे छूटेगी हीं.
IQ से डॉक्टर बनोगे, नए टेक्नीक्स से लोगों का भला करोगे. यह क्या कम है? 😊पहले से अभी के mortality rate, n life span etc का difference, ये mobile, wordpress सब तो इस बढ़ते iq की देन है.
Enjoy it!!! And BE HAPPY TOO💐
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Iq level badh raha hai….jo hamen aapse milaane kaa kaam kiyaaa…..magar sukun chhin liya.
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बिलकुल !!!
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