Sanskrit –
परमाणु परममहत्त्वान्तोऽस्य वशीकारः।
Transliteration: paramāṇu paramamahattvānto’sya vaśīkāraḥ।
English translation- The mastery over mind results in control of relationship with everything from atom to cosmos
Hindi translation – चित्त के शांत होने से अणु से लेकर सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड तक की समझ उत्पन्न होती है।
Patanjali Yoga Sutra 40
बहुत बढ़िया।
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आभर पंकज।
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इसलिए तो एकांतवास का प्रावधान है…..चित्त को शांति एकांतवास में ही मिलती है…..आत्मगुंजन का रास्ता है ये “परमाणु परममहत्त्वान्तोऽस्य वशीकारः।”
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बहुत अच्छी बात कही है तुमने. आत्मगुंजन शब्द भी बहुत अच्छा लगा. आभार !
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बहुत ही सुनहरा अवसर है ये…..खुद को खुद से मिलने का……क्योंकि पता है झूठा है ये जगत फिर भी फसा है सारा ये जगत…….एक बार अगर खुद से मिल लिया तो फिर सच में कोई चाहत नहीं रहेगी।
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बात बिलकुल सही कही तुमने. जीवन में ऐसा समय मिलना बड़ी बात है. पर अपने अंदर झाकने, यात्रा करने की चाहत भी होनी चाहिए.
कुछ पहले लोग भीड़ से परेशान थे अब एकांत से. 😊
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* अभी तो सभी को एकांतवास स्वयं मिल गया है.
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बहुत ही सुनहरा अवसर है ये…..खुद को खुद से मिलने का……क्योंकि पता है झूठा है ये जगत फिर भी फसा है सारा ये जगत…….एक बार अगर खुद से मिल लिया तो फिर सच में कोई चाहत नहीं रहेगी।
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आभार शैंकी . बहुत सकारात्मक विचार हैं तुम्हारे.
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